ऐ मेरे सदन ऐ मेरे घर, मैं कहाँ रहती तू ना होता गर मै तेरी हूँ बहुत बहुत आभारी। ऐ मेरे सदन ऐ मेरे घर, मैं कहाँ रहती तू ना होता गर मै तेरी हूँ बहुत बहुत आ...
रिश्तों के रंग होते हैं निराले, कुछ उजले, कुछ काले दुख में परखे जाते रिश्ते रिश्तों के रंग होते हैं निराले, कुछ उजले, कुछ काले दुख में परखे जाते रिश्त...
दुनिया ने तो फैसले भी सुना दिए। दुनिया ने तो फैसले भी सुना दिए।
आज अपनी लेखनी से उसे उकेरा है, आज अपनी लेखनी से उसे उकेरा है,
है स्वतंत्र जीवन हम सबका, राह हमी को चुनना है ! अपने कर्मो को निर्मल कर, नये समाज को गढ़ना है ! है स्वतंत्र जीवन हम सबका, राह हमी को चुनना है ! अपने कर्मो को निर्मल कर, नये ...
बिक रही है अब लोगों की मान -इज्जत . बिक रही है अब लोगों की मान -इज्जत .